हिंदी व्याकरण में संज्ञा एक महत्वपूर्ण टॉपिक है यह सभी प्रकार के ज्ञान जैसे -SSCGD, UPSI, TGT, PGT,etc Exams हो उसमें जरूर आता है हैं तो चलिएदोस्तों संज्ञाके बारे में विस्तार से अध्ययन करते हैं –
संज्ञा की परिभाषा –
यह विकारी शब्द है पूरे ब्रह्मांड में उपस्थित समस्त नाम को संज्ञा कहते हैं अर्थात ” अर्थात ब्रह्मांड में उपस्थित समस्त व्यक्तियों , समस्त वस्तुएं , एवं सभी स्थानों आदि के नाम को संज्ञा कहते हैं|
जैसे -अनिल, मोबाइल, पेन, आगरा, हिमालय, मुंबई आदि
संज्ञा के भेद-
प्राचीन हिंदी के अनुसार संज्ञा के 5 भेद हैं-
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा
2. जातिवाचक संज्ञा
3. भाववाचक संज्ञा
4. पदार्थ वाचक द्रव्य वाचक संज्ञा
5. समूह वाचक संज्ञा
Note- मूल रूप में संज्ञा दो प्रकार की है-
1. यथार्थ वाचक संज्ञा– दृश्य
2. भाववाचक संज्ञा–अदृश्य
#. आधुनिक हिंदी के अनुसार संज्ञा के तीन भेद-
1. व्यक्ति वाचक संज्ञा
2. जातिवाचक संज्ञा
3. भाववाचक संज्ञा
1. व्यक्ति वाचक संज्ञा (Proper Noun in Hindi)-
जो किसी विशेष व्यक्ति वस्तु या स्थान का नाम बताती है उसे व्यक्ति वाचक संज्ञा करते हैं|
जैसे- ताजमहल, यमुना, गंगा, दिल्ली का लाल किला, हैदराबाद, गौतम बुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश, माउंट एवरेस्ट, अमेरिका, सचिन, चंद्रमा, पृथ्वी, जनवरी, भारत etc.
2. जातिवाचक संज्ञा-
वह संज्ञा जो किसी जाति, आजाति का बोध कराती है जातिवाचक संज्ञा होती है
जैसे-नदी, जानवर, अध्यापक, मंत्री, वकील, आम, चावल,, से लैपटॉप, सिम, लेख, लड़का ,etc
Note-प्राकृतिक आपदा को जातिवाचक में रखा जाएगा-भूकंप, ज्वालामुखी , etc
3 .भाववाचक संज्ञा (Abstract noun)-
, वह संज्ञा जो भाव, गुण, अवस्था आदि को दर्शाती है|
जैसे- खुशी, ईमानदारी, बेईमानी, यवन, दुख, परिश्रम, बुराई, बुढ़ापा, उदासी, अच्छाई, प्रेम, क्रोध, भूख, सजावट, बनावट, वीरता, गुस्सा, क्रोध, साहस, गरीबी, जवानी, दूरी, पढ़ाई, मोहब्बत, आदि
4. द्रव्य वाचक संज्ञा-
यह शब्द जो किसी द्रव्य जैसे- खाने पीने की चीज, खनिज और धातु अर्थात जिसकी गिनती ना की जा सके द्रव्य वाचक संज्ञा कहलाता है
जैसे-तेल ,दूध, पानी, लोहा, सोना, चांदी, आदि
5.समूह वाचक संज्ञा-
ऐसा शब्द जिससे समूह या समुदाय का बोध हो उसे समूह वाचक संज्ञा कहते हैं
जैसे- दल, संगठन, सभा, परिवार, कक्षा, पुलिस, आर्मी ,गुच्छा, आदि
A. विशेषण से भाववाचक संज्ञा का निर्माण-
- कुटिल – कुटिललता
- सरल – सरलता
- युवा – यौवन
- ऊंचा – ऊंचाई
- लंबा – लंबाई
- बुढ़ा – बुढ़ापा
- वीर – वीरता
- अमीरी – अमीर
- गरीब – गरीबी
- पीला → पीला
B. जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा का निर्माण –
- इंसान- इंसानियत
- पुरुष – पुरुषत्व
- स्त्री – स्त्रीत्व
- बच्चा – बचपन
- तपस्वी – तप
C. क्रिया से भाववाचक संज्ञा का निर्माण –
- उड़ना – उड़ान
- बनना – बनावट
- उभरना – उभार
- थकना – थकान
- सजना – सजावट
D. अव्यय से भाववाचक संज्ञा का निर्माण अव्यय –
- अधिक – अधिकता
- निकट- निकटता
- समीप – सामीप्य
- मना -मनाही
- हाहा – हाहाकार
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conclusion(निष्कर्ष)–
आपको संज्ञा में सभी टॉपिक अच्छे से समझ में आ गए होंगे सभी प्रकार समझ में आ गए होंगे यह सभी टॉपिक एग्जाम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है |दोस्तों हमको आशा है कि आपका ये टॉपिक अच्छे से समझ में आ गया होगा आगे भी हिंदी के जितने भी टॉपिक हैं I हमारी वेबसाइट उनका विशेष विवरण है और यह मूल्यवान सामग्री है ऐसा कंटेंट आपको पैसे देने पर भी नहीं मिलेगा I तो यदि आप SSC GD , UPSI, RO, ARO , CIVIL SERVICES,etc Exams की तैयारी कर रहे हैं तो आप हमसे इस वेबसाइट के माध्यम से जुड़े रहें समय-समय पर आपको अच्छी सामग्री मिलती रहेगी
संज्ञा क्या है परिभाषा लिखिए?
व्यक्तियों , समस्त वस्तुएं , एवं सभी स्थानों आदि के नाम को संज्ञा कहते हैं|
संज्ञा किसे कहते हैं इसके कितने भेद होते हैं?
व्यक्तियों , समस्त वस्तुएं , एवं सभी स्थानों आदि के नाम को संज्ञा कहते हैं| संज्ञा के 5 भेद हैं|
संज्ञा की सरल परिभाषा क्या है?
व्यक्ति वस्तु एवं स्थान के नाम को संज्ञा कहते हैं|
भाववाचक संज्ञा क्या है?
, वह संज्ञा जो भाव, गुण, अवस्था आदि को दर्शाती है|
द्रव्यवाचक संज्ञा क्या होती है?
यह शब्द जो किसी द्रव्य जैसे- खाने पीने की चीज, खनिज और धातु द्रव्य वाचक संज्ञा कहलाता है